प्रयागराज। भारत में अवैध रूप से रहने वाले चीनी नागरिक जूफेई द्वारा फर्जी कंपनी बनाकर जुटाई गई 3.72 करोड़ की संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने अटैच किया है। ईडी की प्रयागराज यूनिट बैंक में जमा रकम और फिक्स डिपाजिट 3.12 करोड़ और पंजाब के एसएएस नगर मोहाली स्थित 60 लाख रुपये के फ्लैट के अटैचमेंट की कार्रवाई की है। प्रकरण में अभी जांच चल रही है। यह भी पढ़े- करवा चौथ पर शादीशुदा प्रेमिका से मिलने पहुंचा BF; मानवता को शर्मसार करने वाली मिली सजा
नोएडा पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ किया था। इसके साथ ही चीनी नागरिक जूफेई और उसके गिरोह के सदस्य रवि नटवरलाल ठक्कर समेत कई अन्य के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करते हुए आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया था। ईडी ने उसी एफआइआर और चार्जशीट के आधार पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था।
जांच में पता चला कि जूफेई ने सहयोगियों के साथ मिलकर मेसर्स लकिन क्लब प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स तियानशांग रेनजियन प्राइवेट लिमिटेड नामक दो होटल और क्लब चला रहा था। यहां अवैध रूप से भारत आने वाले चीनी नागरिकों को ठहराया जाता था। होटलों में ज़ूफेई और उसके कार्टेल द्वारा जुआ, कम उम्र की लड़कियों द्वारा वेश्यावृत्ति जैसी विभिन्न अवैध गतिविधियां संचालित की जाती थीं।
अभियुक्तों ने कठपुतली निदेशकों वाली कई कागजी और फर्जी कंपनियां खोली थीं। ऐसी कंपनियों की छत्रछाया में रुपया प्लस, लकी वॉलेट, फ्लैश पैसा, पैसा करो, हाय पैसा, राधा मनी आदि जैसे विभिन्न तत्काल ऋण ऐप संचालित कर रहे थे।
वह भारी ब्याज दर वसूल रहे थे और ईएमआई के भुगतान में देरी के मामले में उधारकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा तक पहुंच प्राप्त कर लेते थे। इसके बाद ऋण वसूली की आड़ में उन्हें ब्लैकमेल करते और धमकी देते थे। इससे पहले इसी मामले में 13.51 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई थी।
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