उत्तर प्रदेश संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के एसी कोच में वरिष्ठ वैज्ञानिक और उनकी पत्नी पर पेशाब करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद जब दंपती ने शोर मचाया तो टीटीई ने आरोपी युवक रितेश को पकड़ककर झांसी रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ के हवाले कर दिया। जिसके बाद आरपीएफ ने केस दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना बुधवार रात करीब पौने 10 बजे की है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जीएन खरे अपनी पत्नी ऊषा खरे के साथ मध्यप्रदेश के हरपालपुर से हजरत निजामुद्दीन जा रहे थे। वो उत्तर प्रदेश संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के एसी कोच बी-3 की लोअर बर्थ पर यात्रा कर रहे थे। इसी कोच में साइड लोअर बर्थ की सीट पर नई दिल्ली निवासी रितेश भी नशे में धुत होकर यात्रा कर रहा था।
ट्रेन वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पर पहुंचने वाली थी। उससे पहले नशे में धुत आरोपी रीतेश ने सीट से उतरकर दंपती की दोनों बर्थ पर पेशाब कर दी। जब उन्होंने विरोध किया तो आरोपी अभद्रता करने लगा। बुजुर्ग दंपती के शोर मचाने पर कोच में मौजूद अन्य यात्री भी जग गए और टीटीई को सूचना दी गई। जिसके बाद टीटीई बीएस खान ने मौके पर पहुंचकर झांसी रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना दीऔर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
दंपती ने आरोपी रितेश हरपाल को कोच के अंदर पेशाब करने से रोक दिया था। और टॉयलेट में जाने के लिए कहा था, जिससे गुस्सा होकर आरोपी ने वैज्ञानिक और उनकी पत्नी पर ही पेशाब कर दिया। वहीं घटना के बाद दूसरे यात्रियों ने भी आरोपी की पिटाई कर दी।
0 Comments