प्रयागराज के अरैल संगम घाट पर यू तो प्रतिदिन आस्था की डुबकी लगाने वालों का मजमा लगता है। लेकिन इन्ही सबके बीच में कुछ युवा लड़के-लड़कियां गंगा स्नान के नाम पर अश्लीलता फैलाते है। जिससे संगम स्नान के लिए परिवार सहित पहुंचने वालों को काफी असहजता महसूस करते है। मना करने पर ये लड़के-लड़कियां अभद्रता करने लगते है। इसी बात को लेकर शुक्रवार सुबह हंगामा हो गया।
घाट के तीर्थ पुरोहितों और समाजसेवियों ने स्नान के दौरान अश्लील हरकत करने वाले लड़के-लड़कियों को मना किया, तो लड़के-लड़कियों ने यह कहकर सभी को चुप रहने को कहा कि उनसे क्या मतलब है। बस इसी बात पर स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए। भीड़ और विरोध देख संगम स्नान के दौरान अश्लीलता और अभद्रता करने वाले आधा दर्जन लड़के लड़कियां सहम गए। चुपचाप संगम से बाहर आए और वहां से चले गए।
इस दौरान स्थानीय लोगों ने अरैल संगम पक्के घाट पर पुलिस पेट्रोलिंग कराने की मांग की है। ताकि आस्था के साथ खिलवाड़ करने और अश्लीलता फैलाने वालों पर लगाम लग सके।
नैनी कोतवाली क्षेत्र के अरैल पक्के घाट पर बैठने वाले तीर्थ पुरोहित राजा बाबू मिश्रा, शुभम मिश्रा, कंचन तिवारी, राजाराम मिश्रा, बब्लू मिश्रा, समाज सेवी कुंवर जी तिवारी आदि ने बताया कि 28 जुलाई को सुबह दो-तीन लड़कियां और तीन-चार लड़के अरैल पक्के घाट पर स्नान करने के लिए पहुंचे थे। वहां पर परिवार सहित आए लोग भी संगम में डुबकी लगा रहे थे। आस्था के साथ पूजा अर्चना और दान पूरी कर रहे थे। इन्हीं सबके बीच में आए लड़के-लड़कियां लोक लाज की धज्जियां उड़ाते हुए बेशर्मी की हद पार कर रहे थे। वहां जो लोग स्नान कर रहे थे। उन लोगों ने उन्हें मना किया, तो वहां हमसे लड़ने लगे और खुलेआम धज्जियां अश्लीलता फैलाने लगे। जब तीर्थ पुरोहितों और समाजसेवियों एवं स्नान करने आए लोगों ने एकजुट होकर उनका विरोध किया। तब जाकर वह संगम से बाहर निकले और चुपचाप वहां से चले गए।
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