अयोध्या की एक बेकरी में श्रावण मास में पनीर पेटीज में हड्डी मिलने से हिंदू वादी लोगों में नाराजगी है। इस मामले को लेकर अयोध्या के साधु-सतों ने भी कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए इस तरह की घटना को शर्मनाक बताया है।
गुरुवार को लोगों के विरोध के बाद प्रशासन ने दुकान को सील कर दिया। धर्म सेना भारत के प्रमुख संतोष दुबे ने इसे फूड जिहाद बताते हुए कहा कि यह सोची समझी साजिश है। हिंदू देवी देवताओं के नाम पर दुकान खोलकर हिंदुओं को गुमराह किया जा रहा है। धर्म भ्रष्ट किया जा रहा है।
पहले जानते हैं क्या है पूरा मामला...
कोतवाली नगर के बगल में गुलाबबाडी मैदान के सामने स्टार बेकर्स नाम की शॉप है। अयोध्या के रहने वाले दो युवक अर्पित और अभिनव तिवारी यहां से पेटीज लिए। पेटीज खाते हुए उन्हें कोई चीज चुभी तो उन्होंने उसे मुंह से निकाल कर देखा तो वह हड्डी का टुकड़ा निकला। युवकों की माने तो उन्होंने जब इसकी शिकायत दुकानदार से की तो उसने और उसके कर्मचारियों ने उसके साथ अभद्रता की और मारपीट पर उतारू हो गए।
इसके बाद मामला कोतवाली तक पहुंच गया। युवकों की तहरीर पर बेकर्स मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया, जबकि खाद्य विभाग की टीम ने शाकाहारी खाद्य पदार्थ बेचने की अनुमति होने के बाद भी मांसाहारी खाद्य पदार्थ बेचने को लेकर नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।
हिंदू नेता संतोष दुबे ने कहा कि अयोध्या और फैजाबाद दोनों शहरों में दो दर्जन से अधिक दुकानें ऐसी है, जिसका नाम हिंदू देवी-देवताओं या हिंदुओं के नाम से है। लेकिन उसके मालिक मुस्लिम हैं। स्टार बेकरी पहली दुकान नहीं है, जहां हिंदुओं को भ्रष्ट किया जा रहा है। ऐसी कई दुकानें है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मांग कर रहा हूं की पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तरह यहां पर भी कार्रवाई की जाए। प्रशासन ऐसी दुकानों को चिन्हित करके उनका नाम बदलवा कर उनके मालिक के नाम से रखे। ताकि हिंदुओं को सही जानकारी मिल सके।
संतोष दुबे ने बताया कि जिस समय हंगामा हो रहा था, मैं उधर से गुजर रहा था। भीड़ देख रुक गया। एक व्यक्ति हाथ से प्लेट छीन रहा था, छीना झपटी में प्लेट से पेटीज नीचे गिरा उसमें से भी हड्डी गिरी। उस पेटीज व हड्डी को उठाकर दुकानदार ने गुलाबबाडी के मैदान में फेंक दिया। बाद में मामले को शांत करते हुए थाने में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया।
संतोष ने बताया, विश्व हिंदू परिषद के नेता महेश मिश्रा और आधा दर्जन लोगों पर मस्जिद में मांस फेंकने के अफवाह में रासुका लगा दिया गया था। दो साल तक जेल में रहे। जब महेश मिश्रा व उनके साथी जेल जा सकते हैं, तो स्टार समूह का मालिक राशिद खान जो भदरसा का चेयरमैन है, को जेल क्यों नहीं भेजा जा सकता।
2013 के फैजाबाद दंगे का मास्टर माइंड राशिद और उसका चचेरे भाई स्टार बेकर्स की दुकान चलाते हैं। इनके पास नॉनवेज रेस्टोरेंट का लाइसेंस भी नहीं है। संतोष दुबे ने पुलिस पर भी पक्षपात करने का आरोप लगाया है।
संतोष दुबे ने कहा कि जानबूझकर हिंदू समाज का धर्म भ्रष्ट करता रहता है। यह वही परिवार है जो सदियों से गोकशी के धंधे में लिप्त रहा है। इस परिवार के मुखिया मोहम्मद अहमद भी गोकशी करवाने के लिए जाना जाता रहा है। स्टार बेकर्स दुकान प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से बनाया गया है, यह नजूल की भूमि पर बना है।
उन्होंने कहा कि इस घटना से अयोध्या जिले का पूरा हिंदू समाज आक्रोशित है। इसलिए इनके दोनों प्रतिष्ठान स्टार बेकरी व स्टार बेकर्स को बुलडोजर से ध्वस्त कराने व इन पर रासुका लगाकर जेल भेजना चाहिए, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें।
उधर, अयोध्या के संत मनीष दास ने कहा कि धर्म नगरी अयोध्या में ऐसा कृत्य अक्षम में है, ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई की जाए। जिससे अन्य दूसरे लोग ऐसा ना कर सकें। दिलीप कुमार दुबे ने कहा कि यह जघन्य अपराध है, किसी भी धर्म को भ्रष्ट करना सबसे बड़ा पाप भी है। ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। जो कार्रवाई हुई है वह अभी कम है।
उत्तम निषाद ने कहा कि स्टार बेकर्स से रोज सामान खरीदते थे, लेकिन यह जानकारी चौंकाने वाली रही। हर व्यक्ति नॉनवेज नहीं खाता है। ऐसे में दुकान मालिक द्वारा किया गया यह कृत्य बेहद गलत है।
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