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प्रयागराज में सेक्स रैकेट में 6 गिरफ्तार: ऑनलाइन पेमेंट दो, कहीं भी डिलीवरी लो, कई सफेदपोश लोगों से रिश्ते का खुलासा

 

प्रयागराज के राजापुर में सेक्स रैकेट का शुक्रवार को भंडाफोड़ हुआ था। किराए के एक मकान में कई सालों से सेक्स रैकेट चल रहा था। पुलिस ने दबिश डालकर मौके से संचालिका समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक नाबालिग भी शामिल है। पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म की धारा बढ़ाई है। पूछताछ में कई सफेदपोश लोगों से संचालिका के करीबी होने का खुलासा हुआ है।

सेक्स रैकेट मामले की जांच कर रही पुलिस को कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। वॉट्सऐप पर पहले लड़की की फोटो प्रोफाइल शेयर की जाती थी और पसंद आने पर एडवांस पेमेंट ऑनलाइन करना होता था। इसके बाद मनचाही जगह पर लड़की भेज दी जाती थी। शहर के बाहर जाने पर उसका रेट ज्यादा होता था। यह सुविधा सिर्फ प्रयागराज शहर तक ही नहीं थी, बल्कि आसपास के कई जिलों तक नेटवर्क था। कैंट पुलिस मामले की अभी और छानबीन कर रही है। इस रैकेट में कई और लड़कियों के शामिल होने की आशंका है।

प्रयागराज पुलिस ने शुक्रवार को छापा मारकर संचालिका समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें एक नाबालिग भी शामिल थी।

प्रयागराज के राजापुर में सेक्स रैकेट का शुक्रवार को भंडाफोड़ हुआ था। किराए के एक मकान में कई सालों से सेक्स रैकेट चल रहा था। पुलिस ने दबिश डालकर मौके से संचालिका समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक नाबालिग भी शामिल है। पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म की धारा बढ़ाई है। पूछताछ में कई सफेदपोश लोगों से संचालिका के करीबी होने का खुलासा हुआ है.

सेक्स रैकेट मामले की जांच कर रही पुलिस को कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। वॉट्सऐप पर पहले लड़की की फोटो प्रोफाइल शेयर की जाती थी और पसंद आने पर एडवांस पेमेंट ऑनलाइन करना होता था। इसके बाद मनचाही जगह पर लड़की भेज दी जाती थी। शहर के बाहर जाने पर उसका रेट ज्यादा होता था। यह सुविधा सिर्फ प्रयागराज शहर तक ही नहीं थी, बल्कि आसपास के कई जिलों तक नेटवर्क था। कैंट पुलिस मामले की अभी और छानबीन कर रही है। इस रैकेट में कई और लड़कियों के शामिल होने की आशंका है।

पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि सेक्स रैकेट संचालिका ने काफी कम रेट रखा था। वह 1000 से 1200 रुपए में लड़की का सौदा कर लेती थी। इसमें से 50 परसेंट पैसा लड़की का होता था और 50 परसेंट वह खुद रख लेती थी। कम रेट की वजह से लड़कियों को बराबर काम मिलता था। उसका धंधा भी बढ़ रहा था। सेक्स रैकेट संचालिका ग्रामीण परिवेश की रहने वाली उन भाेली भाली लड़कियों को अपने जाल में फंसाती थी, जिनके सपने और शौक बड़े होते थे पर घर की माली हालत ठीक नहीं होती थी। संचालिका सुनीता हिसाब--किताब में पक्की थी। ईमानदारी से लड़कियों का हिस्सा उसी दिन दे दिया करती थी। यही वजह थी कि लड़कियां महीने में पांच से 7 हजार रुपए पा जाया करती थी।

एसीपी धूमनगंज वरुण कुमार ने बताया कि यह धंधा एनजीओ का बोर्ड लगाकर उसकी आड़ में किया जा रहा था। राजापुर में एक घर से एक नाबालिग समेत कई लोगों को मौके से पकड़ा था।

सूत्रों के मुताबिक मौके से पकड़ी गई संचालिका ने अपने रसूख का प्रयोग कर पुलिस पर दबाव भी बनाने की कोशिश की थी। पुलिस अधिकारियों के पास कुछ सफेदपोश लोगों के फोन भी आए थे। उसने कई बड़े अफसरों के पास फोन कर मामले को दबाने को कहा था।

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