उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाए गए माफिया अतीक अहमद और उनके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ को एनकाउंटर का डर सता रहा है। दोनों की ओर से उनके अधिवक्ता ने प्रयागराज के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां प्रार्थना पत्र दिया है कि उनकी उमेश पाल हत्याकांड मामले में पूछताछ के लिए पुलिस को ज्यूडिशियल कस्टडी रिमांड न दी जाए। अगर पुलिस को वारंट B के तहत रिमांड दी गई तो उनकी हत्या कराई जा सकती है। पुलिस के अधिकारी कोर्ट को धोखे में रखकर साजिश के तहत अभिरक्षा चाहते हैं।
माफिया अतीक अहमद की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि कई थानों में दर्ज आपराधिक मामलों में वह अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है। अतीक अहमद के विरुद्ध प्रयागराज में चल रहे विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए में 50 से अधिक मुकदमों की कार्यवाही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कराई जा रही है। इस आधार पर अतीक अहमद की ओर से अपील की गई है कि पुलिस द्वारा तलब करने के लिए वारंट B की न्यायिक अभिरक्षा रिमांड ना दी जाए। इस मामले में भी कोई भी पूछताछ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही कराई जाए।
उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी पूर्व सांसद अतीक अहमद के तीसरे नंबर के बेटे असद की तलाश में पुलिस और एसटीएफ की टीम ने लखनऊ में दबिश दी। जिस यूनिवर्सल अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 202 में दबिश दी गई वह महानगर इलाके में पड़ता है। मौके से पुलिस टीम को दो लग्जरी कार मिली हैं जिसे जब्त कर लिया गया है। ये दोनों कारें अतीक अहमद के परिवार के लोगों के नाम रजिस्टर्ड हैं। असद पर भी पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा है। फिलहाल अभी तक असद सहित प्रमुख शूटर पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। सूत्रों के मुताबिक घटना के दूसरे दिन असद की लोकेशन लखनऊ में मिली थी। पुलिस अब लखनऊ में अतीक के मददगारों की तलाश कर रही है।
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