उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में सरकार की ओर से दिए जाने वाले पीएम आवास के लिए पहली किस्त ने मकान तो नहीं बनाया लेकिन ‘घर’ जरूर तोड़ दिया. दरअसल बाराबंकी में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी की पहली किस्त खाते में पहुंचने के बाद चार महिलाएं अपने पतियों को छोड़कर प्रेमी संग फरार हो गईं हैं. पत्नियों की इस बेवफाई और लालच ने इलाके में सभी को हैरान कर दिया है. अब आलम ये है कि बीवियों के भाग जाने के बाद अब उनके पति विभागों के चक्कर लगा रहे हैं.
ये पूरा मामला सामने तब आया है जब किस्त जारी होने के एक साल बाद भी घर का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ. जिसके बाद नोटिस जारी किया गया. तो नोटिस के जवाब में पतियों ने डूडा कार्यालय पहुंचकर इस पूरे मामले का खुलासा किया और दूसरे किस्त भेजने पर रोक लगाए जाने की मांग की है. जिस पर इन्हें 15 दिनों की मोहलत दी गई है यदि इसके बाद भी ये लोग पत्नियों को वापस नहीं ला सके तो रिकवरी का नोटिस जारी किया जाएगा.
50 हजार लेकर हुई फरार
शहरों में बिना घर के रहने वाले लोगों के लिए पीएम आवास योजना किसी वरदान से कम नहीं है. प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत आवासहीन लोगों को पक्का मकान बनाने के लिए धनराशि मुहैया कराई जाती है. इस योजना में महिलाएं भी लाभार्थी हैं, इसी के तहत जिले की नगर पंचायत बेलहरा, बंकी, जैदपुर और सिद्धौर की चार महिला लाभार्थियों के खाते में आवास की पहली किस्त भेजी गई थी. जिसके बाद ये महिलाएं आवास की पहली किस्त 50 हजार रुपए लेकर अपने-अपने प्रेमियों के साथ फरार हो गई हैं.
अब मत डालना बीवी के खाते में पैसा
एक साल तक घर का निर्माण कार्य ना शुरू होने पर जब नोटिस पहुंचा तो डूडा कार्यलय आकर पीड़ित पतियों ने बताया कि आवास की पहली किस्त तो बीवी लेकर भाग गई. पतियों ने अधिकारियों से गुजारिश की है कि अब पत्नियों के खाते में दूसरी किस्त ना डाली जाए, क्योंकि मेरी पत्नी पहली किस्त लेकर प्रेमी के साथ भाग गई है. इन लाभार्थियों का आवास निर्माण कार्य शुरू न होने पर पीओ डूडा ने नोटिस भेजकर तुरंत आवास के निर्माण का काम शुरू कराने का आदेश दिया था लेकिन नोटिस के बाद भी निर्माण शुरू नहीं हुआ. फिर दोबारा रिकवरी के लिए नोटिस भेजी गई तो इस मामले का खुलासा हुआ.
इसके अलावा नगर पंचायत फतेहपुर की भी दो महिलाएं पीएम शहरी आवास योजना की लाभार्थी हैं. इनको पहली किस्त मिलनी थी लेकिन यह दोनों महिला लाभार्थी भी पतियों को छोड़ प्रेमी के साथ एक महीने पहले फरार हो गईं. इनके पतियों ने भी आवास की किस्त न भेजने की मांग की, जिसकी जांच कराई गई तो शिकायत सही मिली. इन दोनों लाभार्थियों का पैसा रोक दिया गया है.
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