34वीं पीएसी वाहिनी वाराणसी में सेनानायक के पद पर तैनात डॉ. राजीव नारायण मिश्र को एक बार फिर माघ मेला एसपी बनाया गया है। इससे पहले भी 2020, 21 व 2021-22 के कोरोना पीरियड में राजीव नारायण मिश्र को माघ मेले को सकुशल संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी गई थी।
डॉ. मिश्रा ने माघ मेले में आने वाले सुरक्षाकर्मियों की भी कोविड-19 टो कॉल के तहत जांच कराई थी। जिन पुलिसकर्मियों में कोविड महामारी के लक्षण पाए जाते थे उन्हें अलग क्वारंटाइन कर दिया जाता था। यही कारण रहा कि माघ मेले में लगे सुरक्षाकर्मियों और पुलिस पीएसी के जवानों में कोरोना कम फ़ैल पाया। जिससे मेला प्रशासन को जरूरत के मुताबिक फोर्स जगह-जगह तैनात करने में मदद मिली थी। व्यवहार कुशल व मृदुभाषी होने के कारण डॉक्टर मिश्र के ऊपर योगी सरकार ने एक बार फिर भरोसा करते हुए माघ मेले की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है।
राष्ट्रपति के वीरता पुरस्कार से सम्मानित हैं डॉ. राजीव
डॉ. राजीव नारायण मिश्र को अयोध्या में 2005 में हुए आतंकवादी हमले में आतंकवादियो को ढ़ेर करने में सराहनीय योगदान देने के लिए राष्ट्रपति के वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त उन्हें सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक व अन्य बहुत से पुरस्कार मिल चुके हैं। वर्तमान में डॉ. राजीव नारायण मिश्र, सेनानायक 34वीं वाहिनी पीएसी, वाराणसी में नियुक्त हैं तथा पूर्व में एसएसपी, एसटीएफ, लखनऊ व कुशीनगर के कप्तान भी रह चुके हैं।
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