गाजियाबाद में एक रिक्शा चालक ने अपनी पत्नी के बॉयफ्रेंड को जयपुर से बुलवाया। फिर सोते समय फरसे से उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए। गिरफ्तार रिक्शा चालक मीलाल प्रजापति को आज पुलिस कोर्ट में पेश करके जेल भेजेगी। पुलिस ने दो जगह से शव के 10 टुकड़े बरामद किए। इस सनसनीखेज वारदात की कहानी भी शादी और धोखे से शुरू होती है।
दरअसल, मीलाल की पत्नी 26 वर्षीय अक्षय से प्यार करती थी। दोनों के बारे में पति मीलाल को जानकारी हुई तो उसने पत्नी को समझाया। लेकिन वह नहीं मानी, दोनों के बीच बातचीत होती रही। ये बात मीलाल को अखर रही थी। GTB हॉस्पिटल में भर्ती बेटी की देखरेख करने के बहाने मीलाल ने पत्नी से ही फोन करवाकर अक्षय को गाजियाबाद बुलाया। फिर उसने सोते वक्त उसे फरसे से काट डाला।
37 वर्षीय मीलाल प्रजापति मूल रूप से उप्र के संभल जिले का रहने वाला है। 11 साल पहले मीलाल की पहली पत्नी की मौत हो गई थी। उससे एक बेटी हुई, जिसकी उम्र फिलहाल 17 साल है। इसके बाद मीलाल ने अमरोहा जनपद निवासी पूनम से दूसरी शादी कर ली। पूनम से एक बेटा और दो बेटी पैदा हुए। मीलाल अब गाजियाबाद के कस्बा खोड़ा स्थित सोम बाजार में किराए का मकान लेकर रहता है। मीलाल खुद रिक्शा चलाता है और पत्नी पूनम घरों में कामकाज करती है।
पुलिस के मुताबिक, पूनम करीब 3 साल पहले खोड़ा इलाके में ही रहने वाले 26 वर्षीय अक्षय के संपर्क में आई। पूनम उस घर में काम-काज करने के लिए जाती थी। इसके बाद दोनों में प्यार हुआ। अक्षय मूल रूप से राजस्थान के जयपुर जिले के कोटपुतली का रहने वाला है और गाजियाबाद में रहकर नौकरी करता था। बीते साल अक्षय, पूनम को भगाकर ले गया। मीलाल ने खोड़ा थाने में मुकदमा दर्ज कराया। जिसके बाद पुलिस ने पूनम को रिकवर किया था। इस घटना के बाद पहली बार मीलाल को पता चला कि पूनम के अक्षय से प्रेम संबंध हैं।
इसके बाद मीलाल ने पत्नी पूनम को अक्षय से बात न करने की हिदायत दी। इसके बावजूद वो चोरी-छिपे लगातार बात करती रही। मीलाल को इस बात की जानकारी 4 दिन पहले ही हुई। दरअसल, 4 दिन पहले तीसरे नंबर की बेटी, जिसकी उम्र 7 साल है, वो जल गई। उसको दिल्ली के GTB हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
पता चला कि उस दिन अक्षय घर पर आया था। वो भी चाय पी रहा था। गर्म चाय ऊपर गिरने से बेटी जल गई। ये बात भी पता चली कि अक्षय इसी तरह गाजियाबाद में घर पर आता रहता है। इसके बाद मीलाल प्रजापति का पारा हाई हो गया।
रिक्शा चालक मीलाल प्रजापति ने एक प्लान बनाया। इसके तहत उसने पत्नी पूनम से कहा कि वो अक्षय को घर पर बुला ले। क्योंकि मीलाल दिन में रिक्शा चलाने निकल जाता है। पत्नी पूनम जीटीबी हॉस्पिटल चली जाती है। ऐसे में घर और बेटी की देखरेख सही से नहीं हो पाती।
पति के दिमाग में क्या चल रहा है, पूनम भांप नहीं पाई और फोन करके अक्षय को जयपुर से गाजियाबाद बुला लिया। 19 जनवरी को अक्षय गाजियाबाद में घर पर आ गया। रात को पूनम GTB हॉस्पिटल में बेटी के पास चली गई। इधर, अक्षय जब सो रहा था तो मीलाल ने फरसे से प्रहार करके उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव के करीब 10 टुकड़े किए।
दो बैग में रखकर कूड़े के ढेर पर फेंके टुकड़े
मीलाल ने धड़ और सिर को काले रंग की पॉलिथिन में रखा, जबकि हाथ-पैर और बाकी अंगों को सफेद रंग के प्लास्टिक कट्टे में रखा। दोनों बैग को वो 19 जनवरी की रात में ही अपने रिक्शे में रखकर ले गया और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के किनारे इंदिरापुरम अंडरपास के नजदीक कूड़े के ढेर में फेंक दिया। मीलाल को लग रहा था कि ये हत्याकांड कभी खुल नहीं पाएगा। पूनम घर आई और अक्षय के बारे में पूछा तो पति ने कहा कि वो बिना बताए कहीं चला गया है।
पत्नी ने पुलिस को दी अक्षय के लापता होने की सूचना
डीसीपी ट्रांस हिंडन डॉ. दीक्षा शर्मा ने बताया कि 19 जनवरी को जब अक्षय वापस नहीं लौटा तो पूनम को संदेह हुआ। उसने पुलिस को अक्षय के लापता होने की जानकारी दी। लेकिन पुलिस को दी तहरीर में उसने अक्षय को अपना भांजा बताया। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो उसे अक्षय और पूनम के प्रेम संबंध के बारे में जानकारी हुई।
उसी दौरान खोड़ा के पुश्ता रोड पर बोरे में एक शव मिलने की सूचना मिली थी। शव की शिनाख्त अक्षय निवासी कोटपुतली राजस्थान के रूप में हुई। पूनम की शिकायत के बाद पुलिस को अक्षय और पूनम के प्रेम संबंध की जानकारी हो चुकी थी। शव के कई हिस्सों को बरामद कर लिया गया है। टीम ने मीलाल प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अक्षय ने हत्या करने की बात कबूल की है।
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