प्रयागराज के करछना में एडवोकेट की सिर कटी लाश मिली। सिर लाश से कुछ दूरी पर पड़ा हुआ था। लाश देखकर पुलिस का अनुमान है कि हत्या करीब 72 घंटे पहले हुई है। कपड़ो से मिले आधार कार्ड से वकील की पहचान हो सकी। परिवार से संपर्क किया गया। लाश को पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार के सुपुर्द किया जाएगा।
पुलिस ने लाश के कपड़ों की तलाश ली। इसमें कुछ सरकारी रसीद, कुछ दस्तावेज और एक पर्स मिला। इसमें कुछ रुपए मौजूद थे। इससे ये साफ है कि उसकी हत्या लूट के इरादे से नहीं हुई है। मृतक का नाम आशीष दीक्षित था। वह नंदन तालाब अरैल नैनी के पास रहता था।
वो 3 भाई हैं। सबसे छोटे भाई अमित दीक्षित ने बताया कि आशीष की शादी 8 साल पहले प्रयागराज में माधुरी से हुई थी। आशीष के दो बेटियां आसी और हनी हैं। करीब 8 महीने पहले संदिग्ध हालात में बेटी आसी की मौत हो गई थी।
3 महीने से कर्जे से परेशान होकर अंडरग्राउंड था संतोष
संतोष के पिता के मीडिया में काम करते थे। आशीष ने एक राजनीतिक पार्टी का गठन किया था। जिसका नाम जनाधार शक्ति पार्टी था। इसमें वो राष्ट्रीय अध्यक्ष था। आशीष के जानने वालों को कहना है कि उसने कई लोगों से पैसे ले रखे थे। इसी कर्जे से परेशान होकर वो 3 महीने से अंडरग्राउंड हो गया था। घर वाले भी नहीं बता पा रहे हैं कि वह कहां रह रहा था। आज सुबह जब उसकी लाश मिली तब घरवालों को पता चला।
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