दरअसल, सिविल लाइन इलाके की रहने वाली एक महिला ने फैमिली कोर्ट में एक तहरीर दी गयी थी, जिसके चलते इस बात से परेशान महिला फैमिली कोर्ट में पहुंची थी. जहां, उसने तहरीर देकर अपने पति से तलाक की मांग की है, जिसके बाद फैमिली कोर्ट में तैनात काउंसलर योगेश सारस्वत ने पत्नी को काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अपने पति से तलाक लेने की जिद पर अड़ी हुई है.
क्या है मामला?
दरअसल, साल 2015 में महिला के निजी कंपनी में सेवारत लड़के से शादी हुई थी. दंपत्ति पर आज तक कोई संतान नहीं है. पत्नी का आरोप है कि उसने घर के अन्य जरूरी खर्चे के साथ-साथ श्रंगार करने के सामान के लिए पैसे मांगे तो पति ने देने से इंकार कर दिया. इसी बात पर दंपत्ति के बीच विवाद बढ़ गया और पति-पत्नी के बीच मारपीट तक होने लगी. इस दौरान दोनों के बीच दूरियां इतनी बड़ गई कि पत्नी अपने पति से तलाक लेने पर आमादा हो गई है.
पत्नी ने मांगा पति से तलाक
वहीं, फैमिली कोर्ट में तैनात काउंसलर योगेश सारस्वत ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मामले में अर्जी दायर हुई है, जिसमें दोनों को काउंसलिंग के दौरान समझाने का प्रयास किया गया. लेकिन पत्नी अपने पति के साथ रहना नहीं चाहती और बार-बार वह इस बात पर जोर दे रही है कि पति उसे सजने संवरने के लिए पैसा नहीं देता. इसलिए अब वह उसके साथ रहने के लिए तैयार नहीं है, जिसके लिए उसे अपने पति से तलाक चाहिए.
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