पीलीभीत में 10 साल की बच्ची की हत्या उसके अपने पिता, चाचा और दादा ने मिलकर की थी। पुलिस को गुमराह करने के लिये गांव के ही रहने वाले एक युवक पर हत्या का आरोप लगा दिया और FIR करा दी। पुलिस ने जांच शुरू की तो हत्याकांड की परतें खुलीं। पुलिस ने मासूम बच्ची के पिता, दादा व चाचा समेत परिवार के 5 लोगों का गिरफ्तार कर लिया है।
बच्ची ने परिवार वालों के सामने ही दम तोड़ा था। परिवार के लोग उसे तड़पता देखते रहे, उसे उठाकर बचाने की कोशिश भी नहीं की। वे मोबाइल में वीडियो बनाते रहे और बच्ची से पूछते रहे कि बेटी तुम्हें किसने मारा है, जब आधे घंटे बाद बच्ची की मौत हो गई तब पुलिस को सूचना दी। आरोपियों ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है।
पहले जानते हैं कहां और किस हालत में मिली थी बच्ची
पीलीभीत में 10 साल की मासूम बच्ची अनम अधमरी हालत में 3 दिसंबर को गन्ने के खेत में पड़ी मिली थी। उसके चाचा शादाब ने बताया था कि वह बच्ची को मेला घुमाने के लिए शुक्रवार की शाम ले गया था। कुछ देर बाद मेले में बच्ची गायब हो गई।
4 दिसंबर को बच्ची का मरने से पहले का वीडियो सामने आया, जिसमें बच्ची दम तोड़ने से पहले कुछ कहना चाह रही थी, लेकिन वह कुछ बोल पाने की हालत में नहीं थी। बच्ची के पिता अनीस ने गांव के ही रहने वाले शकील नाम के युवक से पुरानी रंजिश और मुकदमेबाजी का हवाला देकर हत्या का आरोप लगाया था।
दूसरे युवक को फंसाने के लिए की बेटी की हत्या
SP दिनेश पी ने बताया, "वीडियो देखने के बाद परिवार के लोगों और आरोपी से सख्ती से पूछताछ की गई। बच्ची के परिवार वालों ने हत्या की बात कबूल की है। पिता अनीस और दादा शहजादे व चाचा सलीम, नसीम और शादाब को गिरफ्तार किया गया है। बच्ची के चाचा शादाब के खिलाफ शकील नाम के युवक ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। इसके चलते ही शादाब और उसके भाई सलीम ने शकील को फंसाने के लिये अपनी ही भतीजी की हत्या कर दी।"
पुलिस अधीक्षक दिनेश पी ने बताया, "चाचा शादाब ने बच्ची की हत्या की प्लानिंग बनाई थी। इसमें बच्ची के दादा ने जगह का चयन किया था। पिता और बाकी आरोपियों ने इसमें उनका पूरा साथ दिया। मेला घुमाने के बहाने सलीम बच्ची को घर से लेकर गया था। उसके बाद बच्ची को गांव के बाहर पराली में उसे नींद की गोली देकर सुला दिया।
चाचा ने चाकू मारे, सांसें चलती देख पिता ने मारी ईंट
मौका पाकर बच्ची के चाचा, पिता और दादा सुबह 4 बजे प्लानिंग के तहत शकील के गन्ने के खेत में ले गए। नींद में ही मासूम के पेट में चाकू से उसके चाचा शादाब और नसीम ने इतने वार किये कि बच्ची की आतें बाहर निकल आईं। इसके बाद भी सांसें चलती देख उसके पिता ने सिर पर ईंट मारी। "
बच्ची के मरने तक बनाते रहे वीडियो
पुलिस का दावा है, "पड़ोसी शकील को फंसाने के लिए खेत में अनम काे मरा समझकर छोड़ आए। नाटकीय ढंग से परिवार के अन्य लोगों के साथ बच्ची की तलाश शुरू कर दी। आरोपी घर की महिलाओं के साथ शकील के खेत पर गए और बच्ची को बरामद किया।
यहां देखा तो बच्ची जिंदा थी। इसके बाद फिर ड्रामेबाजी कर मोबाइल से उसका उसका वीडियो बनाया और पिता पूछता रहा कि बेटी तुम्हें किसने मारा। पिता तब तक रोने का नाटक करता रहा जब तक बच्ची की मौत नहीं हो गई। गांव के लोग बच्ची को अस्पताल ले जाने की बात कहते रहे, लेकिन आरोपी उसे अनसुना करते रहे।"
जानकारी के मुताबिक, शकील के परिवार की एक लड़की से शादाब ने लव मैरिज की थी। शादाब मूल रूप से फकीर समुदाय से आता है, वहीं शकील अंसारी समाज का है। सामाजिक दूरी के कारण दोनों परिवार के बीच लव मैरिज के बाद से ही विवाद था। साल 2019 में शादाब पर शकील की पत्नी ने रेप का मुकदमा दर्ज करा दिया था। शकील से इसका बदला लेने के लिये शादाब लंबे समय से उसे फंसाने की प्लानिंग कर रहा था।
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