बता दे कि शनिवार को मनीष मिश्र के तीन शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए गए थे। मनीष निवासी कौलापुर, गोपीगंज के के खिलाफ गैंगस्टर, हत्या, अपहरण, दुष्कर्म, जालसाजी सहित 21 मुकदमे पहले से दर्ज हैं।
प्रयागराज के हंडिया निवासी महिला ने 2019 में डीघ ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्र, उसके मित्र सुरेश केसरवानी और दो अन्य के खिलाफ ऊंज थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़िता के अनुसार, इसी मामले के सिलसिले में वह घर से 12 सितंबर को ज्ञानपुर जा रही थी।
इस दौरान गोपीगंज चौराहे पर ब्लॉक प्रमुख के पुत्र यश मिश्र, साले संतोष तिवारी और राकेश भारती ने उसे रोका और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए मुकदमा न उठाने पर जान से मारने की धमकी दी।
आरोप लगाया कि मनीष मिश्र की पत्नी बिंदु देवी, राकेश भारती व संतोष तिवारी उसके घर आकर मुकदमा उठाने की धमकी दे रहे हैं। इससे उसका पूरा परिवार भयभीत है।
0 Comments